प्यार की शुरुआत कैसे होती है? प्रेम कहानी का सफ़र

प्यार एक ऐसी फीलिंग है, जिसे हर इंसान अपनी जिंदगी में महसूस करना चाहता है। क्योंकि हमने प्यार के बारे में बहुत कुछ सुन रखा है, जिस वजह से हमारे मन में प्यार को लेकर बहुत ज्यादा curiosity होती है। लोग अक्सर सोचते रहते हैं कि प्यार में होना कैसा होता है? प्यार की शुरुआत कैसे होती है ?

प्यार की शुरुवात कैसे होती है

इस तरह के सवाल अक्सर लोगों के मन में आते हैं। इसका अंदाजा तो लोग फिर भी लगा लेते हैं। लेकिन प्यार किस तरह से शुरू होता है! ये अक्सर लोगों को समझ ही नहीं आता जिस वजह से लोग प्यार होने के बाद भी अपने प्यार को accept नहीं करते हैं और अपनी जिंदगी Denial में जीते हैं।

अगर आप अपने साथ ऐसा कुछ नहीं चाहते हैं या फिर यूं कहें कि अगर आपको जानना है कि प्यार की फीलिंग कैसे पैदा होती है, तो इस आर्टिकल को पूरा ध्यान से पढ़ें। इस आर्टिकल में मैंने आपको विस्तार पूर्वक इस बारे में बताया है।

समझें प्यार किस तरह का है ?

ये बात तो ठीक है कि प्यार की शुरुआत कैसे होती हैं! लेकिन उससे पहले आपको ये समझना होगा आपके लिए प्यार का मतलब क्या है ? क्या आप उस प्यार के बारे में जानना चाहते हैं जो 16,18 साल के बच्चों को hormonal changes के वजह से फील होती है।

या फिर उस प्यार की आशीर्वाद के बारे में जानना चाहते हैं, जो हो जाने पर लोग कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि दुनिया के लिए प्यार की शुरुआत तभी हो जाती है जब लोग जवान होते हैं या फिर यूं कहें कि जब वह दूसरों के प्रति आकर्षित होना शुरू कर देते हैं।

लेकिन दूसरों से आकर्षित होना प्यार नहीं होता, प्यार क्या है ? इस बारे में मैंने बहुत ही डिटेल में बात की है तो आप उस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। क्योंकि यहां मैंने बहुत ही सात्विक प्रेम यानी कि सच्चे प्यार के बारे में बात किया है और आप को यही बताया है कि सच्चा प्यार की शुरुआत कैसे होती है ?

प्यार की शुरुआत कैसे होती है?

प्यार जितना छोटा word है, उतना ही ज्यादा complicated हैं।‌ प्यार को समझना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होता हैं। आप किसी से प्यार करते हैं ! इस भावना को समझ पाना ही अपने आप में बहुत ही challenging काम हैं। इसलिए लोग समझ ही नहीं पाते हैं कि उन्हें प्यार हुआ है!

अगर आपको भी महसूस हो रहा है कि आपको किसी से प्यार है। तो आप के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि आप प्यार में हैं। नीचे मैंने आपको कुछ बातें बताई है जिसे पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे कि प्यार किस तरह से मन को मन से जोड़ता है!

1. दोस्ती से होता हैं, सब कुछ शुरू!

इस दुनिया में दोस्ती से बड़ा कोई रिश्ता नहीं है। क्योंकि दोस्ती वो रिश्ता है, जो दो अजनबियों को एक साथ लाता है और उन्हें आपस में बांध के रखता है। किसी भी प्यार की शुरुआत दोस्ती से ही होती हैं।

जब लड़का लड़की एक दूसरे के दोस्त बनते हैं और एक दूसरे को समझते हैं, तो सब कुछ शुरू होता है! क्योंकि लोग अपने दोस्त के साथ ही हर तरह की बात कर पाते है मतलब अपने दोस्त के साथ अपना अच्छा बुरा सब कुछ बोल पाते हैं।

खासकर जब एक लड़का लड़की दोस्त बनते हैं, तो उन दोनों के बीच के खुलेपन के वजह से दोनों धीरे-धीरे एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। और यही चीज फिर आगे जाकर प्यार में बदल जाती है।

2. भरोसे से बात आगे बढ़ती है !

दोस्ती के बाद भरोसा वो चीज है जो दो दिलों को एक साथ लाती है। किसी भी प्यार में भरोसा सबसे बड़ी चीज होती है जब आपको किसी के ऊपर सबसे ज्यादा भरोसा होता है। तो वो इंसान अपने आप ही आपके लिए बहुत ही खास बन जाता है।

जब आप को किसी ऐसे पर ऐसा भरोसा होता है। चाहे दुनिया धोखा दे जाए लेकिन वो इंसान कभी भी आपका बुरा नहीं चाहेगा या आपके साथ कुछ गलत नहीं करेगा। तो ये feeling लोगों के मन में प्यार की भावना पैदा करती है।

3. किसी का साथ जब अच्छा लगने लगे!

जब आपको प्यार किसी से प्यार होने लगता है तो इस चीज को समझना इतना भी मुश्किल नहीं होता। क्योंकि हमारा प्यार हमें खुद इशारा देने लगता है कि हमें प्यार हो गया है। जो इंसान हमारे लिए बहुत खास है, जिनके ऊपर हम सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं।

जब उनका आसपास होना खुशी देने लगता है, उनसे बात करके मन में अलग से सुकून महसूस होता है जब दिल से आवाज आती है कि अगर ये तो सब कुछ सही होगा। तो समझ लीजिए कि आपको उस इंसान से प्यार होने लगा है।

4. दूसरे की भलाई अपनी सबसे बड़ी जरूरत बन जाए!

अगर आपकी जिंदगी में कोई ऐसा इंसान आ गया है। जिसे आप जिंदगी में हमेशा कामयाब होता देखना चाहते हैं या फिर हमेशा खुश देखना चाहते हैं। तो आपके दिल में उस इंसान के लिए प्यार की भावना पैदा होने लगी है।

जब कोई किसी से प्यार करने लगता है तब उस व्यक्ति के लिए अपने प्यार की भलाई चाहना उसकी सबसे बड़ी जरूरत बन जाती है। व्यक्ति हमेशा यही सोचता है कि उसका प्यार खुश रहे।

लोग जब प्यार में होते हैं, तो वो किसी भी हालत में अपने प्यार को दर्द नहीं पहुंचाना चाहते हैं और ना ही उन्हें उनकी जिंदगी में कुछ भी बेहतर करने से रोकते हैं।

भले ही आपका कितना ही नुकसान क्यों ना हो जाए, जब आप को किसी से प्यार हो जाएगा। तो उसके बाद आप उस व्यक्ति की खुशी के लिए आप कुछ भी करने को तैयार हो जाएंगे।

5. जब दूसरा खुद से ज्यादा जरूरी लगने लगे!

किसी से भी प्यार करने से पहले हमें खुद से प्यार करना बहुत जरूरी होता है। हम सभी कहीं ना कहीं अपने आप से प्यार करते हैं इसीलिए खुद को चोट नहीं पहुंचाते या फिर अपने साथ कुछ बुरा नहीं करते हैं।

लेकिन इस तरह की फीलिंग रखने के बाद भी अगर आपका दिल किसी के लिए अलग सा महसूस करने लगता है। अगर कोई आपके लिए बहुत ही ज्यादा खास बन जाता है!

जिंदगी जीने के लिए बहुत जरूरी बन जाता है। जिसका आपके लाइफ में होना ही आप को खुद में भी अच्छा महसूस करवाता है, तो आप समझ सकते हैं कि आपको प्यार हुआ है।

6. दूसरे के हित के लिए किसी से भी लड़ जाना!

जब आप किसी से प्यार करने लगते हैं या फिर आपके दिल में किसी के लिए प्यार होता है। तो आप लोगों की परवाह करना छोड़ देते हैं आपको इस बात से फर्क पड़ना बंद हो जाता है कि आप के प्यार के बारे में लोग क्या कहेंगे।

आप दूसरों की बातों की चिंता नहीं करते बल्कि जिस इंसान से आप प्यार करते हैं उसका अच्छा करने की हर मुमकिन कोशिश करते है। भले ही कुछ लोग आपको आपके प्यार से बात करने के लिए गलत बोले या फिर आपका अपमान करें।

लेकिन जब आपके लिए कोई बहुत ही ज्यादा खास बन जाता है और आपके दिल में उसके लिए तरक्की या फिर भलाई से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं होता हैं, तो यही प्यार है !

प्यार का एहसास कैसे होता है ?

प्यार का एहसास करना हमें लगता है कि बहुत मुश्किल है पर ऐसा नहीं है। आप इस बात को इस तरह से समझिए! पहले आप अपने लाइफ में अकेले थे, अपने ही धुन में जिंदगी जीते थे, आपको किसी की परवाह नहीं होती थी।

लेकिन कोई आपकी जिंदगी में आ गया, कोई आते ही आपकी जिंदगी में बहुत ही खास बन गया। आप अपने अलावा दूसरे की फिक्र करने लगे, आप उनकी खुशी के लिए अपना टाइम एनर्जी सब कुछ लगाने लगे !

जब आपके साथ ऐसा सब कुछ होने लगे तो समझ लीजिए कि आपको भी प्यार हो चुका है। प्यार का एहसास करने का सिर्फ एक तरीका है, आप ये ध्यान दीजिए कि क्या कोई व्यक्ति आपको खुद से ज्यादा जरूरी लगने लगा है और क्या आप बिना किसी स्वास्थ्य के दूसरे की भलाई करना चाहते हैं अगर हां तो यही प्यार है।

क्या आकर्षण से प्यार की शुरुआत होती है ?

जी हां सच्ची बात तो यही है कि आकर्षण से ही प्यार की शुरुआत होती है। लेकिन जरूरी नहीं है कि आपको सिर्फ किसी का चेहरा देखकर या फिर उसका बदन देखकर उससे प्यार हो जाए। क्योंकि अगर ऐसा कुछ हुआ तो वो सिर्फ आकर्षण है प्यार नहीं !

सच्चा प्यार करने वाले लोग भी शुरुआत में अपने प्रेमी या प्रेमिका के प्रति आकर्षित होते हैं। लेकिन इस मामले में लोग शरीर को नहीं बल्कि दूसरे के दिमाग, उनकी चेतना, उनके काबिलियत, उनके सोच के प्रति आकर्षित होते हैं।

अगर आप भी किसी की बातों से नहीं बल्कि उसके सच के प्रति आकर्षित होते हैं तो समझ लीजिए कि प्यार की शुरुआत हो चुकी है।

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FAQ

किसी से प्यार होता है तो कैसे पता चलता है?

जब आप को किसी से प्यार होता है तो वो इंसान आपके लिए बहुत खास बन जाता है।

प्यार कहाँ से शुरू होता है?

प्यार की शुरुआत दोस्ती से और एक दूसरे के प्रति connection महसूस करने से होती हैं।

प्यार कब और कैसे हो जाता है?

जब आपके अंदर एक ऐसी भावना आ जाती हैं, जिसके बाद आप अपने से ज्यादा दूसरे की परवाह करने लगते हैं तो प्यार होता है।

प्यार से पहले क्या आता है?

प्यार से पहले आकर्षण आता है जो कि बाद में गहरा होते होते प्यार बन जाता हैं।

Conclusion

दोस्तों मैंने इस आर्टिकल में आपको विस्तार पूर्वक बताया है कि प्यार की शुरुआत कैसे होती हैं ? मुझे उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि प्यार किसी के दिल में कैसे पैदा होता है।

इस आर्टिकल में बताई गई बातें अगर आपको अच्छी लगी हो, तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर कीजिए! हमारे ब्लॉग पर हम आप के लिए प्यार के बारे में practical tips शेयर करते है। तो इस तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए ब्लॉग से जुड़े रहें।

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