पहला प्यार कैसे होता है? जानकार होश उड़ जायेंगे!

पहला प्यार कैसे होता है: पहला पहला प्यार है, पहली पहली बार है! जान के भी अनजाना, कैसा मेरा यार हैं !! इस तरह के गाने सुनने में कितने अच्छे लगते हैं। पहला प्यार लोगों को बड़ा ही आकर्षित करता है। इसीलिए तो इसके ऊपर इतनी बात की जाती है।

पहला प्यार कैसे होता है

जब लोगों को पहला प्यार होता है, तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता। लोग अपने प्यार को ही अपना सब कुछ मान लेते हैं और जब वही प्यार उन्हें धोखा देता है। तो लोगों का पहला प्यार से विश्वास उठ जाता है।

अगर आप भी पहले प्यार के बारे में सोचते हैं और जानना चाहते हैं की पहला प्यार कैसा होता है ?

तो ये आर्टिकल सिर्फ आपके लिए है क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने आपको पहले प्यार के बारे में तो बताया है और पहले प्यार को लेकर लोगों ने जो गलतफहमी पाल रखी है, उससे भी पर्दा हटाया है। इसलिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें।

जान तो लीजिए, क्या हैं ये पहला प्यार का चक्कर ! 

जैसा की मैंने ऊपर कहा पहला प्यार लोगों को बड़ा ही रोमांचित करता है। लोग जैसे ही बचपन से जवानी में कदम रखते हैं और तब उन्हें जो प्यार होता है, लोग उसे ही वो पहला प्यार कहते हैं।

सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा, लोगों को पहला प्यार तब हो जाता है, जब उन्हें पहले प्यार का मतलब भी पता नहीं होता। विज्ञान की भाषा में अगर कहूं तो शरीर में हार्मोनल बदलाव हुए नहीं की लोगों को उनका पहला प्यार मिल जाता हैं।

पर पहला प्यार हार्मोन्स का खेल नहीं हैं। जो खूबसूरत लड़की दिखी नहीं की दिल तेजी से धड़कने लगा, हाथ पैर कांपने लगे, मुंह से कुछ बोला नहीं गया और मान लिया कि यही प्यार है। तो देखो ऐसा नहीं होता!

लोगों को अक्सर इस तरह से ही प्यार होता है और यही कारण है कि आजकल 14 15 साल के बच्चे भी बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड लिए घूमते हैं। जरा आप सोच कर देखों की क्या ये प्यार करने की उम्र हैं ? क्या उनमें प्यार जैसी बात को समझने की अकल है ?

घरवालों से प्यार नहीं मिला, तो प्यार बाहर ढूंढने निकल गए और तब जो भी इंसान मिल गया उसे ही कह दिया कि यही तो है हमारा प्यार! लेकिन न तो ये प्यार है और ना ही आपको पहले प्यार हुआ है।

क्योंकि अगर आपको पहले प्यार होगा तो आप की पुरी शख्सियत ही बदल जाएगी। आपके अंदर कुछ भी पहले जैसा नहीं होगा।

इन बातों को सुनने के बाद मुझे यकीन है आप सोच रहे होंगे कि जब पहला प्यार ऐसे नहीं होता है, तो फिर कैसे होता है ? इसका जवाब आपको आगे पॉइंट में मिलेगा तो उस पर ध्यान दीजिए।

पहला प्यार कैसे होता है? अफवाह या सच्चाई!

प्यार करना बच्चों का खेल नहीं, प्यार करने के लिए भी प्यार को समझना पड़ता है। जब आपके अंदर प्यार को लेकर समझ पैदा होती है तब जाकर सही मायने में आपको प्यार होता है।

1. बोध से शुरू होता है पहला प्यार !

जब आप बड़े होते हैं तो आपको प्यार नहीं होता बल्कि प्यार आपको तब होता है जब आपके अंदर बोध आता है। बोध यानी की समझ! जब आप में प्यार को लेकर समझ पैदा होती है, प्यार को समझने लगते हैं। तब आपको प्यार होता है।

और यही सही मायने में आपका पहला प्यार होता है। मान लीजिए आपको पता ही नहीं है की भूख क्या होती है, तो आपका ये कहना कि मैं भूखा हूं! सही होगा ? नहीं ना।

क्योंकि आपको तो भूख का मतलब ही नहीं पता और जब आपको इसका मतलब ही नहीं पता तो आप कैसे कह सकते हैं कि जो चीज आपको महसूस हो रही है वो भूख है।

ऐसा भी तो हो सकता है कि आप के पेट में जो दर्द हो रहा है वो गैस की वजह से हो ना कि आपके भूखे होने के वजह से। होने को तो कुछ भी हो सकता है! इसीलिए प्यार को समझना बहुत जरूरी होता है।

पढ़ें: सच्चा प्यार क्या है?

2. प्यार के लिए आप क्या कर सकते हैं ?

मुझे पहला प्यार हो गया है! कोई है जिसके लिए मेरा दिल धड़कने लगा है। इस तरह की बातें कोई भी कह सकता हैं। लेकिन जब करने की बारी आती है तो लोगों की हालत खराब हो जाती हैं।

प्यार के नाम पर सभी चाहते हैं की वो अपोजिट जेंडर वाले लोगों से प्यारी प्यारी रोमांटिक बातें करें।

लेकिन अगर आप किसी लॉन्ग डिस्टेंस वाले प्रेमी से कह दें की ये लो टिकट, ट्रेन में बैठो और जाकर अपने प्रेमिका से मिल लो। गारंटी है कि टिकट वगैरा सब कुछ दे देने के बाद भी वो लड़का अपनी प्रेमिका से मिलने नहीं जाएगा।

बल्कि वो बहाना बनाएगा की मैं इतनी दूर नहीं जा सकता!

इस तरह लोग कहते हैं की मुझे प्यार हुआ है पर लोग अपने प्यार के लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं होते हैं। जब आपको प्यार का मतलब पता होता है, आप समझते हैं कि प्यार क्या चीज है! तब आप अपने प्यार के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है।

3. प्यार तब होता हैं, जब आप sacrifice करते हैं !

जब आप प्यार को समझ जाएंगे तो ये बात तो आपको सबसे पहले समझ आएगी कि प्यार में कुछ मिलता ही नहीं है। प्यार में सिर्फ आपको देना ही देना है। जिस इंसान से आपको प्यार होगा आप उसे भलाई, सच्चाई सब कुछ देंगे।

बिना ये सोचे कि उससे मुझे क्या मिल रहा है! आपके मन में कभी ये भाव आएगा ही नहीं की मैं उसके लिए इतना कर रहा हूं लेकिन वो तो मुझे प्यार ही नहीं करती।

बल्कि जब आप अपनी समझ के कारण किसी से प्यार होगा तो आप यही कहेंगे कि भले ही वह मुझे प्यार करे ना करें, मैं तो उसका अच्छा सोचूंगा, उससे प्यार करूंगा।

जिस तरह से एक शिक्षक ये जानते हुए भी कि उनके डांटना और मारने से विद्यार्थी उनके बारे में गलत सोचते हैं। लेकिन फिर भी वे बच्चों की भलाई के लिए उन्हें शिक्षा देने के लिए उन पर गुस्सा करते हैं उन्हें पढ़ने के लिए कहते हैं।

क्योंकि शिक्षक अपने विद्यार्थियों का भला चाहते हैं और यही चीज प्यार में भी होता है। ऐसे में जब आपको पहली बार किसी से ऐसा प्यार होता है, तो वही आपका पहला प्यार है।

4. जब आप में हिम्मत होती है!

कभी आपने सोचा है, दुनिया में सभी दावा करते हैं की उन्हें सच्चा वाला प्यार हुआ है, उनका प्यार सच्चा प्यार है। लेकिन फिर क्यों सच्चा प्यार के नाम पर सिर्फ हीर रांझा, लैला मजनू का ही उदाहरण दिया जाता है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग सोचते तो है की उनका प्यार सच्चा प्यार है और जिस तरह का प्यार उन्होंने किया है वैसा प्यार किसी ने भी नहीं किया होगा। लेकिन अगर उनके सामने कोई चुनौती आ जाए तो उनका प्यार उसे चुनौती के आगे 1 मिनट भी खड़ा नहीं रह पाएगा और हार मान लेगा।

क्योंकि प्यार करने का दावा करने वाले इन लोगों में हिम्मत होती ही नहीं है। प्यार सिर्फ वही इंसान कर सकता है जिसमें अपने प्यार के लिए कुछ भी कर जाने की, किसी भी चुनौती से लड़ जाने की हिम्मत होती है।

एक सच्चा प्यार करने वाला व्यक्ति अपने प्यार की भलाई के लिए किसी भी तरह की मुश्किलों का सामना कर सकता है।

5. बर्दाश्त करने की क्षमता होने पर होता है, प्यार !

प्यार जितना मनमोहक लगता है उतना होता नहीं है। क्योंकि जब आपको प्यार का मतलब समझ आ जाएगा। उसके बाद जब आप किसी से प्यार करेंगे, तो उसके मायने ही अलग होंगे।

आप अपने प्रेमी का अच्छा करने के लिए आपसे जो कुछ भी बन पड़ेगा आप वो करेंगे। जब आप अपने प्यार को ऊपर उठने के लिए, जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए बार-बार कहेंगे तो आपके प्यार को लगने लगेगा की आप उसके पीछे पड़ रहे हैं।

क्योंकि इतिहास गवाह है जब भी कोई किसी का भला चाहता है, तो उल्टा उसे ही पत्थर मिलते हैं। ऐसे में अगर आप पत्थर लेने को तैयार है, पत्थर को बर्दाश्त करने को तैयार है। ऐसे में अब जब आपको प्यार होगा तो वही आपका पहला प्यार होगा।

6. प्यार के नाम पर चल रहे ढोंग को समझने से होगा प्यार!

आजकल तो ऐसा हो गया है कि लड़के को अगर कोई सुंदर लड़की दिख गई तो वह कह देंगे कि हो गया उन्हें पहली नजर का प्यार। उन्होंने देखा नहीं की लड़की कैसी है उसकी सोच कैसी है उसका व्यवहार कैसा है बस कह दिया कि प्यार हो गया है।

अब भला ये भी कोई प्यार हुआ! आप को तो सिर्फ किसी का शरीर पसंद आया, उसका रूप उसकी चाल ढाल नहीं पसंद आई! तो प्यार ये थोड़ी ना होता है। जब आपको समझ में आ जाए कि इस तरह से प्यार नहीं होता है। तब जाकर आप सही मायने में प्यार कर पाएंगे।

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पहला प्यार क्यों नहीं भुलाया जा सकता ?

जब आप पूरे दिल से सिर्फ अपने प्यार का अच्छा चाहते हैं उसमें पूरे तरह से खुद को समर्पित कर देते हैं। आपके अंदर आपके लिए कुछ बचता ही नहीं जो कुछ भी होता है वो आपका प्यार होता हैं।

तो आप उस प्यार को अपने दिमाग से कैसे निकाल सकते हैं क्योंकि वो तो आपकी अंतरात्मा में बसी होती है। यही वजह है कि लोग सच्चा प्यार को कभी भूल नहीं पाते हैं। वरना हार्मोन के चक्कर में जो लोग प्यार करते हैं उन्हें अपना प्यार भूलने में ज्यादा समय नहीं लगता हैं।

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अंतिम शब्द 

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद पहला प्यार कैसे होता है? इस सवाल का जवाब आपको मिल गया होगा। अब आप पहले प्यार को समझ चुके हैं, तो अब आप का प्यार को देखने का नजरिया भी बदल गया होगा। अगर आपको हमारी बातें पसंद आई हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर कीजिए।

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